Humne dekhi hain un ankhon ki mehekti khusboo..
हाथ से छूके इसे, रिश्तो का इल्जाम ना दो
सिर्फ एहसास हैं ये, रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो
प्यार कोई बोल नहीं, प्यार आवाज नहीं
एक खामोशी है,सुनाती है, कहा करती है
ना ये बुझती है, ना रुकती है,
ना ठहरी है कही, नूर की बूँद है,
सदियों से बहा करती हैं
सिर्फ एहसास हैं ये, रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो
एक खामोशी है,सुनाती है, कहा करती है
ना ये बुझती है, ना रुकती है,
ना ठहरी है कही, नूर की बूँद है,
सदियों से बहा करती हैं
सिर्फ एहसास हैं ये, रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो
मुस्कराहट सी खिली रहती है आँखों में कही
और पलकों पे उजाले से झुके रहते हैं
होठ कुछ कहते नहीं, कापते होठों पे मगर
कितने खामोश से अफसाने रुके रहते हैं
सिर्फ एहसास है ये, रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो
और पलकों पे उजाले से झुके रहते हैं
होठ कुछ कहते नहीं, कापते होठों पे मगर
कितने खामोश से अफसाने रुके रहते हैं
सिर्फ एहसास है ये, रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो
1 Comments:
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